Raw Employees: कच्चे कर्मचारियों के लिए खुशखबरी! जल्द होंगे पक्का कैबिनेट ने दी मंजूरी
असम सरकार ने हाल ही में अपने अस्थायी कर्मचारियों की एक बड़ी संख्या को नियमित करके एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। यह निर्णय विभिन्न संविदा और आकस्मिक कर्मचारियों को प्रभावित करता है जो लंबे समय से विभिन्न पदों पर काम कर रहे हैं। 2010 में अनुबंध के आधार पर नियुक्त किए गए लगभग 8,000 शिक्षकों को अब स्थायी कर्मचारियों के समान वेतनमान पर रखा जा रहा है।
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यह कदम विभिन्न क्षेत्रों में लंबे समय से सेवारत संविदा कर्मचारियों की रोजगार स्थिति को नियमित करने के व्यापक प्रयास का हिस्सा है। असम सरकार के अस्थायी कर्मचारियों को नियमित करने के निर्णय का उद्देश्य स्थायी कर्मचारियों के समान नौकरी की सुरक्षा और लाभ प्रदान करना है।
इसमें न केवल शिक्षक बल्कि अन्य संविदा और आकस्मिक कर्मचारी भी शामिल हैं जो कई वर्षों से सेवा कर रहे हैं। मुख्य बिंदुओं में शामिल हैं:
1. नियमितीकरण मानदंड: वे कर्मचारी जो एक निश्चित संख्या में वर्षों तक सेवा कर चुके हैं, अक्सर लगभग 10 वर्ष, नियमितीकरण के लिए पात्र हैं। इसमें संविदा शिक्षक, दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी और अन्य अस्थायी कर्मचारी जैसी विभिन्न श्रेणियां शामिल हैं।
2. लाभ: नियमित कर्मचारियों को स्थायी कर्मचारियों के समान निश्चित वेतनमान, नौकरी की सुरक्षा और अन्य सुविधाएँ मिलेंगी। इसमें छुट्टी के अधिकार, सेवानिवृत्ति लाभ और स्वास्थ्य बीमा शामिल हो सकते हैं।
3. कार्यान्वयन: सरकार ने पात्र कर्मचारियों की पहचान करने और उन्हें नियमित करने के लिए एक स्पष्ट प्रक्रिया निर्धारित की है। इसमें उनके कार्यकाल, प्रदर्शन और सरकार द्वारा निर्धारित दिशा-निर्देशों का पालन करना शामिल है।
इस पहल से उन कर्मचारियों के मनोबल और नौकरी की संतुष्टि में सुधार होने की उम्मीद है जो कई वर्षों से अनिश्चित परिस्थितियों में काम कर रहे हैं।